इस्लाम किरदार से फैला है... खुद पड़कर देखिये इसे
हमारे फेसबुक के एक दोस्त इबरार जदून साहब अपने एक दोस्त का वाक्य बताते हैं वो कहते हैं की
ग्लासगो में हमारा एक साथी था बीमार हो गया हॉस्पिटल में भर्ती हुआ तीन दिन तक भर्ती रहा,चौथे दिन नर्स उससे कहने लगी "आपको जुआइंडिस थी,आप मुझसे शादी कर लें "
उसने कहा क्यों?? मैं मुसलमान हूँ तेरा मेरा साथ नही हो सकता
कहने लगी मैं मुसलमान हो जाउंगी
उसने पूछा क्या वजह है ?
बोली.." मैंने जितनी तवील सर्विस हॉस्पिटल में की है, आजतक किसी मर्द को किसी औरत के सामने आँखे झुकाते नही देखा सिवाए तेरे....तुम मेरी जिंदगी में पहले शख्स हो जो औरत को देखकर आँखे झुका लेते हो....मैं आती हूँ तो तुम आँखे बन्द कर लेते हो
इतनी बड़ी हया सच्चे दीन के सिवा कोई नही सिखा सकता "
आँखों की हिफाज़त ने उसके अंदर इस्लाम दाखिल कर दिया , मुसलमान हो गई ।
दोनों की शादी हुई । वो लड़की अब तक कितनी लड़कियो को इस्लाम में लाने का ज़रिया बन चुकी है और वहां कई ब्रिटिश लड़कियां मुसलमान बन चुकी हैं
इससे पता चलता है इस्लाम तलवार से नहीं फैलता बलकी मुसलमान के किरदार से फैलता है ।
हमारे फेसबुक के एक दोस्त इबरार जदून साहब अपने एक दोस्त का वाक्य बताते हैं वो कहते हैं की
ग्लासगो में हमारा एक साथी था बीमार हो गया हॉस्पिटल में भर्ती हुआ तीन दिन तक भर्ती रहा,चौथे दिन नर्स उससे कहने लगी "आपको जुआइंडिस थी,आप मुझसे शादी कर लें "
उसने कहा क्यों?? मैं मुसलमान हूँ तेरा मेरा साथ नही हो सकता
कहने लगी मैं मुसलमान हो जाउंगी
उसने पूछा क्या वजह है ?
बोली.." मैंने जितनी तवील सर्विस हॉस्पिटल में की है, आजतक किसी मर्द को किसी औरत के सामने आँखे झुकाते नही देखा सिवाए तेरे....तुम मेरी जिंदगी में पहले शख्स हो जो औरत को देखकर आँखे झुका लेते हो....मैं आती हूँ तो तुम आँखे बन्द कर लेते हो
इतनी बड़ी हया सच्चे दीन के सिवा कोई नही सिखा सकता "
आँखों की हिफाज़त ने उसके अंदर इस्लाम दाखिल कर दिया , मुसलमान हो गई ।
दोनों की शादी हुई । वो लड़की अब तक कितनी लड़कियो को इस्लाम में लाने का ज़रिया बन चुकी है और वहां कई ब्रिटिश लड़कियां मुसलमान बन चुकी हैं
इससे पता चलता है इस्लाम तलवार से नहीं फैलता बलकी मुसलमान के किरदार से फैलता है ।
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